खोज न्युज टुडे / कपिलवस्तु / कृष्णनगर :-
कपिलवस्तु जिले लगायत पूर्व से पश्चिम तक हरेक सीमा नाका (बार्डर) को लगभग डेढ़ बर्षो से कोभिड १९ के कारण नेपाल भारत सीमा भारतीय नं. पलेट के सावारी गाडीयो के प्रबेश मे रोक लगाया गया था ।
पर मंत्रीपरिषद के निर्णय अनुसार सीमा नाका खोलने का निर्णय किया गया था । शुक्रवार २०७८/०६/१५ गते को कृष्णनगर सीमा नाका भारतीये नंबर पलेटकी सवारी गडी नेपाल मे प्रबेश किये जाने हेतु नेपाल भंसार के द्वारा अस्थायी पैठारी किया जाने लगा तथा गाडी नेपाल मे प्रबेश हेतु दुनियाभर का नियम कानून लगा दिया गया है।
वही भारत से जो मालवाहक गाडिया तरकारी, फलफुल, खाद्यान्न,खसी,बोका, लगायत की गाडी या भारत के बिभन्न सहरो से आती है । और उन गाडीयो के मालसामानो का भंसार करके गाडीयो को नेपाल के बिभन्न जिलो मे जाने के लिए छोड दिया जाता है ।
उन मालवाहक गाडीयो मे जो ड्राइवर, कन्डक्टर, हेल्फर रहते है । उनको कोभिड परीक्षण के नगेटिव रिपोर्ट (पीसीआर नगेटिव का रिपोर्ट) और ccmc फार्म भरनेका कोई अवश्यकता नही ।
पर उसी भारत से अगर सवारी गाडीयो मे दो तीन,चार लोग आते है तो उनको कोभिड परीक्षण के नगेटिव रिपोर्ट (पीसीआर नगेटिव का रिपोर्ट) और ccmc फार्म के बिना भंसार नही किया जाता है । इस बिरोध करते हुए हमारे पड़ोसी देश भारत के बिभिन्न जिले के पर्यटकों तथा स्थानी बढनी के संजय गुप्ता, बिजय कस्यप, मोहम्द हासीम,इरफान किदवई, राघवेन्द्र सिहं लगायत के सैकडो लोगो ने खोज न्युज टुडे से बात करते हुए कहा की ऐ कैसा देश है । एक देश मे दो कानुन नेपाल सरकार को इस मे सुधार करने की अवश्यकता है । सभी नेपाल प्रबेशी भारती गाडी चालकों पर एक ही तरह का नियम कानून लागु होना चाहिये ।