बकरा तस्करी मे राजकुमार श्रेष्ठ का नाम शामिल एवं नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस लगायत जनप्रतिनिधि का भी मिलीभगत

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कपिलवस्तु / कृष्णनगर :-

कपिलवस्तु जिले के कृष्णनगर नगरपालिका और बिजयनगर गावपालिका से हो रहे बकरे की तस्करी मे राजकुमार श्रेष्ठ का नाम सामने आया है ।

बकरा तस्करी मे राजकुमार श्रेष्ठ का नाम शामिल एवं नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस लगायत जनप्रतिनिधि का भी मिलीभगत होने की बात सामने आया है ।

पिछले कुछ दिन पहले कृष्णनगर नगरपालिका क्षेत्र से लगभग ७१ बकरे भारत से नेपाल राजश्व छली करके तस्करी कर नेपाल लाते समय बरामद करके लिलाम किया गया था । उस बकरे की तस्करी मे भी गोप्य सुत्रों से राजकुमार का नाम सामने आया था ।

पर दुबारा जब बिजयनगर गावपालिका वार्ड नं. ७ से न ६ खा ६६४१ नं.के ट्रक मे लोड कर के चन्द्रौटा के तर्फ ले जाने के क्रम मे भंसार की गस्ती टीम ने सुरही नदी के पास हल्ला नगर से ट्रक को कबजे मे लेकर १४५ जिन्दा बकरे को बरामत करके कृष्णनगर भंसार द्वारा प्रक्रिया पुरा करके लिलाम किया गया था ।

और ट्रक चालक सहित पकडे गये चार ब्यक्तियो को एवं ट्रक को भंसार ऐन के तहत प्रक्रिया आगे बढाने तथा पकडे ट्रक चालक के मुखारबिन्द से राजकुमार श्रेष्ठ का नाम तस्करी मे सामने आने की जानकारी कृष्णनगर भंसार के कार्यालय प्रमुख (भंंसार चीफ ) जनार्दन पौडेल ने दिया है ।

इतने बडी संंख्या मे बकरे भारत से नेपाल लाकर के और ट्रक मे लोड करके लेजाने के क्रम मे कृष्णनगर थाना ,सशस्त्र बेस कैम्प कृष्णनगर, और बिजयनगर गावपालिका के थाना गणेशपुर ,सशस्त्र बेस कैम्प डालपुर ,थाना सुन्द्रीडाडा के सशस्त्र पुलिस एवं नेपाल पुलिस के पकड मे तस्करी करने वाले तस्कर क्यो नही आये पुलिस वालो के गोप्य सुचना हेतू घुमुवा पुलिस सिबिल मे घुमते है ।फिर भी ये तस्करो को क्यो नही पकड पाते है ।

और भंंसार की टीम जब नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर भंंसार से कर्मचारी जाते है तो तस्कर पकडे जाते है । इस साफ जाहिर होता है की नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस की मिलीभगत होने की जानकारी गोपनीय सुत्र से मिला है ।

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