स्वदेश पहुँचे ३५ नेपाली और ३६ भारतीय नागरिक

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बैशाख १३ गते,
सतेन्द्र कुमार मिश्र/कपिलबस्तु (कृष्णनगर) ।
कोरोना रुपी बैश्विक महामारी के वजह से लकडाउन में फसे नेपाली और भारतीय लोगों का आज उद्धार किया गया है । जिसके तहत जिले के कृष्णनगर नाके से ३५ नेपाली लोगों को भारत से नेपाल लाए जाने तथा ३६ भारतीय लोगों को भारतीय सुरक्षा निकाय के हवाले किए जाने की जानकारी ई.प्र.का.कृष्णनगर के प्र.नि.प्रताप पौडेल ने दिया है ।
गृह मन्त्रालय के निर्देशनानुसार जिला प्रशासन कार्यालय कपिलवस्तु ने कृष्णनगर सीमा नाके से ३५ लोगों का आरडीटी परीक्षण करके उन्हे नेपाल में लाया है । उसी तरह नेपाल के नवलपरासी जिले में स्थित त्रिवेणी से वापस आने के दौरान नेपाल में ही फसे ३६ तीर्थयात्रीयों को भारत भेजा गया है ।
कपिलबस्तु के प्रमुख जिला अधिकारी दीर्घनारायण पौडेल द्वारा भारत के सिद्धार्थनगर और बलरामपुर के डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट से समन्वय करके कृष्णनगर नाका खोलकर नेपाल में भारतीय और भारत में फसे नेपाली लोगों को उनके मातृभुमी में पहुचाए जाने का ब्यवस्था मिलाए जाने की बात प्रमुख प्रशासकिय अधिकृत मनोज सैनी ने बतायी है । नेपाल के सभी लोगों का आरडीटी परीक्षण सम्पन्न होने के पश्चात् उन्हे उनके स्थानीय तह तक पहुचाए जाने की बात कृष्णनगर नगरपालिका के मेयर रजत प्रताप शाह ने बतायी है ।
लाकडाउन की वजह से बन्द किए गए नाके को आज कुछ देर के लिए दोनो देशो के सुरक्षा निकाय तथा स्वाथ्यकर्मी की मौजूदगी में खोला गया था । जिस दौरान नेपाल के तरफ से सशस्त्र पुलिस बल के डीएसपी शुसील कुमार शाही, इप्रका कृष्णनगर के इन्सपेक्टर प्रताप पौडेल, लिंकगेट इन्चार्ज लीला बहादुर कुँवर, कृष्णनगर नगरपालिका के मेयर रजत प्रताप शाह तथा स्वास्थ्यकर्मी और पत्रकारों की सघन उपस्थिती रही थी ।
उसी तरह भारतीय क्षेत्र में सिद्धार्थनगर जिले के उप—जिलाअधिकारी अनिल कुमार, शोहरतगढ सीओ सुनिल कुमार सिंह, बढनी नगरपञ्चायत अध्यक्ष निशार अहमद बागी, नगरपञ्चायत ईओ राजन कुमार गुप्ता, एसएसबी अ.कमाण्डेन्ट सुमित हरित, बढनी चौकी ईन्चार्ज महेश कुमार सिंह, तहशीलदार राजेश अग्रवाल, चिकित्साधिकारी डा.डी.के.सिंह तथा पत्रकारों की मौजूदगी रही थी ।

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