पुलिस प्रशासन और सरकारी निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे लोगों से अपील

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चैत्र ११ गते,

सतेन्द्र कुमार मिश्र/कपिलबस्तु ।

आज भी हमारे देश में कोरोना वायरस को लोग गम्भीर महामारी के वजाय हल्के में ले रहे हैं । सरकार द्वारा लाकडाउन किए जाने के बावजूद भी अधिकांश जगहो पर लोग बेवजह सडको पर घूमते हुए नजर आ रहे हैं । लोग पुलिसवालो से छिप—छिपकर सडको पर घूम रहे हैं । ऐसा करनेवाले व्यक्ति अपनी बहादुरी दिखाते हुए शायद यह साबित करना चाहते हैं कि मैं कोरोना से नही डरता । शायद ओ इस बात को भूल रहे हैं कि ऐसा करके वह केवल अपनी नही बल्कि अपने परिवार, समाज और देश को भी भारी संकट में डालने का प्रयत्न कर रहे हैं । इस महामारी के बारे में सरकार से ज्यादा आम जनता को सचेत और सावधान होने की जरुरत है ।
आइए जानते हैं क्या है कोरोना वायरस का चरण :
इस वायरस के संक्रमण काल और तरीके को लेकर इसे तीन चरण में बिभाजित किया गया है । भारतीय प्रसिद्ध एस्ट्रोलोजर डा.प्रवीन जैन कोचर के मुताबिक इसका तीसरा चरण बहुत ही भयावह है ।
पहला चरण: इस स्टेज में यह वायरस हावी हो चुके देश से आए नागरिक के माध्यम से नए देश में आता है । ऐसे में चाहिए कि जो ब्यक्ति बिदेश से अपने देश में आ रहा है । वह खुद सावधानी बरते स्व—क्वारेन्टाईन में खुद को १४ दिनो तक कैद करके रखे ।
सरकार द्वारा सीमा नाका और बिमानस्थल पर बुखार नापकर, सामान्य अवस्था की जाच करके उसे स्वस्थ होने का मोहर लगाकर नेपाल में प्रवेश दे देना किसी भी तरह से सुरक्षित नही है । क्योंकि कोरोना वायरस २ से लेकर १४ दिन में अपना असर दिखाता है । इसलिए बेहतर होगा कि बाहर से आया नागरिक खुद सावधानी बरते, बाहर न निकले और परिवार के बाकी सदस्यों के सम्पर्क में भी न आए ।
दुसरा चरण: जब बाहर से आया ब्यक्ति खुद को क्वारेन्टाईन में रखने के वजाय विमानस्थल या सीमा नाका पर किए गए परीक्षण के आधार पर खुद को स्वस्थ समझकर बेफिक्र होकर घर के अन्य परिवार और आस पास के लोगों के सम्पर्क में आता है साथ ही यात्रा के दौरान वह जिन लोगों के सम्पर्क में आता है उन सभी लोगों को संक्रमित करता है । इसलिए अगर आप लम्बी यात्रा करके आए हैं तो बेहतर होगा कि आप भी सावधानी बरतें ।
तीसरा चरण: इस स्टेज में जो आदमी बाहर नही गया और किसी बाहर से आए ब्यक्ति के सम्पर्क में भी नही आया फिर भी वह इस वायरस का सिकार हो जाता है । कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति द्वारा किसी चीज या स्थान को छूने से या स्थानीय स्तर पर रहनेवाले किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से अपने पास—पडोस तक ही निकलनेवाला व्यक्ति संक्रमित होने लगता है । वह व्यक्ति अपने परिवार के बाकी सदस्यो को भी संक्रमित कर देता है ।
ध्यान दें:
इस वायरस को इसके पहले चरण में रोकना सबसे आसान है । नेपाल में अभी इसका पहला चरण चल रहा है और सावधानी ही इसका ईलाज है । ऐसे में यहा के लोगों को चाहिए कि १४ दिन तक सावधानी वरतें । इस वायरस को हल्के में न लें । अगर कपिलबस्तु जिले के कृष्णनगर, बहादुरगन्ज, तौलिहवा लगायत अन्य जगहों की हालात देखि जाय तो अधिकांश लोग इसे यह समझकर हल्के में ले रहे हैं कि मैं कही बिदेश से नही आ रहा मुझे भला यह वायरस कैसे लग सकता है । इस तथ्य पर आधारित होकर वो कोरोना वायरस से उत्पन्न हुए माहौल का आनन्द लेने बाहर घूमते नजर आते हैं ।
हम सब नेपाली जनता को समय रहते ही सावधान होने की जरुरत है । अगर सावधानी नही अपनाए तो याद रहे नेपाल में इटली से भी भयानक स्थिति उत्पन्न होने में देर नही लगेगी । उसका जिम्मेदार नही सरकार नही बल्कि खुद नेपाली जनता होगी ।
सरकार द्वारा बारम्बार निवेदन किए के बावजूद भी नेपाली पुलिस कर्मीयों से आख मिचोली खेलकर बाहर घुमना बहुत ही घातक साबित हो सकता है । कुछ लोगो की लापरवाही पुरे देश को इस वायरस के चपेट में ला सकती है ।
अतएव कोरोना को उसके पहले स्टेज में ही मारना बहुत जरुरी है ।
लापरवाही अपना रहे आम जनता को इस बात की ध्यान देने की जरुरत है कि वो केवल अपने आप को नही अपितु अपने साथ साथ अपने परिवार, समाज और देश को महामारी के मुह में झोकने का प्रयत्न कर रहे हैं ।

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