रूहेलखंड के मिनीकुंभ मेला ककोड़ा के लिए जिला प्रशासन ने रेत की चादर पर डेरा डाल लिया है । गंगा तट पर डेरा डालकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं, डीएम ने अधिकारियों के साथ गंगा तट बैठकर निर्देश दिए हैं और जिम्मेदारियों सौंप दी हैं ।
जानकारी के अनुसार, ककोड़ा देवी मंदिर से पांच नवंबर को गंगा किनारे मेला पट पर झंडी जाएगी ।
मेला स्थल पर ही हवन पूजन के साथ ही मेला शुरू हो जाएगा । डीएम कुमार प्रशांत एवं एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने मेला ककोड़ा की तैयारियों के संबंध में गंगा तट पर लगने वाले स्थल का जाकर मौके पर निरीक्षण किया । इससे पहले कादरगंज पुल पर काफिले के साथ पहुंचे और यहां निरीक्षण किया ।
और दुर्बीन से गंगा की कटरी की निगरानी की है और नजारा देखकर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं । डीएम ने एएमए जिला पंचायत सीपी सिंह राघव को निर्देश दिए कि मेले की तैयारी युद्ध स्तर पर कार्य करके पूर्ण कराएं । मार्गों का निर्माण इस तरीके से कराया जाए कि मेले में आने जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई समस्या न होने पाए । उन्होंने मेले के मानचित्र का अवलोकन करने के बाद गंगा तट पर बन रहे घाट, मार्ग निर्माण का निरीक्षण किया ।
जिलाधिकारी ने बताया कि रेत की चादर पर बसने वाला मेला ककोड़ा का 11 नवंबर को उद्घाटन होगा । मेले का मुख्य स्नान 12 नवंबर को होगा । मेला ककोड़ा 5 से 19 नवंबर तक चलेगा। मेले में दूरदराज के लाखों लोग आकर गंगा स्नान करेंगे । मेले में 11 से 13 नवंबर तक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे । मिनीकुंभ मेला ककोड़ा में सुरक्षा की दृष्टि को लेकर प्रशासन गंभीर हो गया है । मेला ककोड़ा में इस बार सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी । इसके अलावा पांच किलो मीटर दूर तक निगरानी करने के लिए ड्रोन कैमरा भी चलाया जाएगा ।
इसके बाद गंगा तट पर बैठकर अधिकारियों के साथ चर्चा की और जिम्मेदारियां सौंपी है । इस मौके पर सीडीओ निशा अनंत, एडीएम प्रशासन रामनिवास शर्मा, एसपी सिटी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, एसडीएम सदर पारसनाथ व अन्य अधिकारी मौजूद थे ।