नेपाल के तीन गैडा नदी में बहकर हुए लापता

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१५ दिसम्बर (मंसिर २९),
रबिन्द्र यादव/नवलपरासी ।
सावन की बाढ में नारायणी नदी में बहकर भारतीय भुमी में जा पहुंचे चितवन राष्ट्रिय निकुञ्ज के ३ गैडा लापता हो चुके हैं । भारत के सुस्ता जंगल में पहुच चुके गैडों को वापस लाए जाने का प्रयास किए जानेपर एसएसबी और बन कर्मचारी अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं ।
गैडे को वापस लेने के लिए भारत पहुंची चितवन राष्ट्रिय निकुञ्ज की टीम को केन्द्र के अनुमती बगैर गैडा वापस न ले जाने देने की बात सुस्ता बचाओ अभियान के सदस्य रविन्द्र जायसवाल ने कही है ।
स्थानीय लोगों की मानें तो भारत अपने बन क्षेत्र में गैडो के देखभाल के लिए ६ कर्मचारी रखा है जोकि नेपाल के तरफ आने से गैडे को रोकते हैं । नेपाल से बहकर भारत पहुंचे ३ गैडो में एक मादा और दो नर हैं । २ गैडे विहार के सिर्सिया जंगल में होने तथा एक विबादित क्षेत्र सुस्ता के पास भारत के जंगल में हैं ।
गैंडा नेपाल में वापस लाने के लिए चितवन राष्ट्रिय निकुञ्ज से रेन्जर दिनेश चौधरी के नेतृत्व में ३ हाथी सहित की टीम सुस्ता पहुची टीम द्वारा गैंडा वापस लाने के लिए भारतीय बन कर्मचारीयों से पहल करने पर केन्द्र से स्वीकृति लेकर आने की बात कहकर कर्मचारी द्वारा गैंडा फिर्ता लाने से रोकने की बात सुस्ता बचाउ अभियान के आजम खा ने बतायी है । खा के मुताबिक बन विभाग कर्मचारी का गैर जिम्मेदाराना हरकत से समस्या बढने क िबात कही है ।
हाथी सहित की टीम सुस्ता में ही है । चितवन से अनुगमन के लिए टीम आने की बात कहेजाने के बावजूद भी अभी तक कोई सुस्ता नही आया है ।
टीम द्वारा थप अध्ययन किए जाने के बाद गैंडा वापस करने के लिए पहल किए जाने की बात सुस्ता पुलिस चौकी के प्रहरी सहायक निरिक्षक उपेन्द्र यादव ने मीडिया को बताया है । गैडा के सुरक्षा के लिए नेपाल के तरफ से सुस्ता में रहे सशस्त्र और जनपद पुलिस तैनात है । नेपाल सरकार चीन २ गैडा उपहार स्वरुप दिया था । जिससे भारत सरकार आक्रोश की मुद्रा में आए जाने की बात सम्बन्धित व्यक्ति बताते हैं ।

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