खोज न्यूज टुडे / २७ फरवरी, काठमांडू :-
सत्तारुढ दल नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (नेकपा)का प्रमुख सचेतक देव गुरुङ ने बताया कि संविधान संशोधन की आवश्यक्ता होने के बाबजुद भी राष्ट्रीय सहमति बगैर संविधान संशोधन समभव नहीं है ।
एक पत्रकार सम्मेलन में उन्होंने बताया कि अभी के संविधान में बहुत सारे विषयों में परिमार्जन की सम्भावना है परन्तु जब तक इस विषय के लिये राष्गट्रीय सहमति नहीं होगा तबत क संविधान संशोधन नहीं हो सकता है । उन्होंने बताया कि संविधान समझौता का दस्तावेज है फिर भी बिना राष्ट्रीय सहमति संशोधन करना असम्भव है । हां, अगर राष्ट्रीय सहमति हो जाय तो संशोधन हो सकता है ।
संविधान संशोधन के लिये नेकपा सचिवालय द्वारा कार्यदल गठन किया गया था । परन्तु पार्टी के अन्दर से और बाहर दोनों तरफ से इसका विरोध होने पर इसे भंग किया गया था । राष्ट्रियसभा सदस्य भी प्रधानमन्त्री बन सकते हैं इस प्रकार से संशोधन किया जाने पर विरोध किया गया था ।
उन्होंने बताया कि अमेरिकी सहयोग परियोजना मिलेनियम च्याजेञ्ज कर्पोरेशन (एमसीसी) के विषय में कार्यदल के सुझाव अनुसार ही सचिवालय ने निर्णय किया था । पार्टी की स्थायी समिति बैठक और केन्द्रीय समिति बैठक में उठे हुये प्रश्न को समेटकर कार्यदल द्वारा अध्ययन तथा सुझाव पेश किया गया है । उन्होंने बताया कि मुझे विश्वास है कि राष्ट्रिय हित अनुकूल बनाकर एमसीसी सम्झौता सचिवालय से पारित किया जायेगा ।