आखिर क्यों, लगातार तस्करी होने के बावजूद कभी कभी पुलिस के हत्थे चढते हैं तस्कर ?

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भाद्र १२ ।

संजय कुशवाहा/नवलपरासी ।

पश्चिम नवलपरासी जिला के पकलिहवा, गुठिप्रसौनी, बसहिया, भुजहवा, महेशपुर और गेर्मी जैसे सीमा नाके से लगातार मिर्च, सुपारी, कपडा और नेपाली सफेद मटर की तस्करी होती रहती है । यह बात स्थानीय बासीयों को भलिभाती ज्ञात है, फिरभी तस्कर कभी कभी पुलिस के हत्थे चढते हैं ।
बुधवार रात्री को भारत से नेपाल लाने के दौरान सीमा पर जंगली सुअर मिला है । भारतीय जंगल से शिकार करके नेपाल में बेचने के लिए ला रहे ६ जीवित जंगली सुअरो को प्रतापपुर गावपालिका के वार्ड नम्बर ५ बसहिया नाके पर तैनात सशस्त्र प्रहरी बार्डर आउट पोष्ट गुठी परसौनी ने कब्जे में लिया है । जिसका वजन करिब ७ क्विन्टल बताया जा रहा है ।
सीमा पर पुलिस अधिकारी का ताबादला होने के तत्काल बाद का यह घटना सामने आया है । स्थानीय लोगों की माने तो, लाइन न मिलने पर तस्कर गिरफ्तार किए जाते हैं पर समय पश्चात् सरकारी अफसरो की यह फुर्ती ठण्डी होने लगती है । ताबादला लेकर आए नए अधिकारी के पहुचते ही सक्रिय बनी पुलिस ने यह सफलता हासिल किया है ।
रात्री के दौरान को पुलिस को देखकर तस्कर सुअरो को छोडकर भाग निकले थे, जिसकी जानकारी सशस्त्र प्रहरी निरिक्षक सुमन अधिकारी ने दी है । नियन्त्रण में लिए गए सुअरों को हरियाली समुदायिक बन बासाबसही के हवाले किए जाने की जानकारी पुलिस श्रोत ने दी है । गस्ती टीम ने भारत से ठेले पर लोड करके नेपाल लाए जाने की दशा में जंगली सुअरो को कब्जे में लिया था ।

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