खोज न्युज टुडे / कृष्णनगर :-
देश के लगभग लगभग हर प्रदेश और जिले मे संपूर्ण निजी और सरकारी बिधालय को कोभिड का हवाला देकर के बन्द किया गया है ।
नेपाल मे कुछ इस तरह की राजनिती चल रहही है की क्या बताये । संपूर्ण जन समुदाय इन नेताओं के राजनीति से वाकिफ हो चुके है । नेपाल की सरकार ने जब से स्थानीय सरकारों को स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे संस्थाओं को सौपा जब से दोनो बिभागो को बर्बाद करने मे चम्चो ने कोई कमी नही छोडा है ।
कुछ सरकारी स्कूलों के मास्टर इतने हमारखोरी पर आगये है कि ओ स्थानीय निकाय के मेयर की चमचा गिरी करते है । और बिधालय मे उनका मन नही लगता ओ मेयर को चढा बढा कर बिधालय संचालन नही करने देते है । कोभिड का हवाला देकर के क्यो की कुछ सरकारी स्कूल के टीचरोको मुफ्त मे सेलरी खाने की आदत पड गयी है और स्थानीय सरकार खिला रही है ।
इस सब का मार तो झेलते है बिचारे निजि बिधालय वाले जो.खुदकी लगानी पर बच्चों को उचित शिक्षा देता है । मुसीबत का सामना तो निजी बिधालय के शिक्षकों को झेलना पडता है । सरकारी बिधालय के शिक्षकों को कोभिड के नाम पर बिधालय बन्द होने पर सेलरी ना देनेकी घोषणा अगर करदिया गया होता तो अबतक अन्दोलन कर दिये होते । पर इनको तो सेलरी हरामकी मिलती है । इनको बच्चों के भबिष्य से क्या मतलब है ।
पर इन नेताओको जो सरकार चलाते है इन सबको भारती माल वाहक गाडीयो से सामान,फल फुल ,तरकारी, खाद्यान्न लगायतके बस्तु जब आता तो कोरोना (कोभिड) नही फैलता है । कोभिड केवल सवारी गाडी से फैलता है । क्यो की खाद्यान्न फल फुल,तरकारी नही आयेगी तो खायेंगे क्या ये सब और सब से मजेकी बात तो ये है की इन नेताओको जब सरकार गिराना ,बनाना, कर टैक्स असूलना हो या फिर अपने अपने पार्टी का कार्यक्रम करना हो तो एकही हाल मे बिना माक्स के हजारौ हजार जनता बैठाकरके कार्यक्रम करते है ।
तो उस से करोना नही फैलता है । बस मे टेम्पो मे कार जीप मे सीट से जादा सवारी बैठा करके ले जाते है तो कोरोना नही फैलत है। सरकार को सोचना चाहिए कि यही बच्चे, युवा देश के भबिष्य है इनके जिन्दगी के साथ खिलवाड़ ना करे अगर ऐसे ही होता रहेगा तो देश का बिकाश कैसे होगा ।