कपिलवस्तु / खोज न्यूज टुडे
भारती पत्रिका राष्ट्रिय साहारा ने नेपाल भारत के सिमा क्षेत्र के कपिलवस्तु जिले मे जमातीयो की छिप कर बैठने दावी किया है दिल्ली मकरज से आए हुए तबलिगी जमाती चन्द्रौटा क्षेत्र मे छिप कर बैठे रहने की दावी करते हुए न्यूज़ छापा है । ये मुस्लिम धर्म का प्रचारक सस्था है । इस संस्था ने भारत के निजामुद्धिन मे आयोजना किये गये सम्मेलन से भारत मे कोरोना वायरस (कोभिड १९) को फैलाये जाने का भारतीय मिडिया ने दावी किया है । इस से पहले भी भारतीय मिडिया ने नेपाल के प्रदेश नंबर २ मे भी पाकिस्तानीयो तथा मरकज से आए हुए तबलिगी जमातीयो की छिप कर बैठने का खबर छपा था । और प्रदेश नंबर २ के पर्सा जिले के जगन्नाथपुर गावंपालिका के अध्यक्ष जालिम मियां मंसूरी पर आरोप लगाये थे की ये पाकिस्तानी एवं जमातीयो को छिपा ने और भारती सीमा मे प्रबेश कराने की साजिश का आरोप लगाया था ।
और अन्तत: छापेमारी के दौरान उनके घर से कुछ लोगो को पकडे जाने की खबर भी नेपल के कयी मिडिया मे आया भी था । और नेपाल मे आज तक जितने कोरोना पोजिटिव पाए गये है , उन सब मे सब से जादा संंख्या जमातीयो की ही होने की बात देश के बडेबडे मिडिया मे भी आ चुकी है । और इस बार भारतीय मिडिया ने प्रदेश नंबर ५ के कपिलवस्तु जिले के शिवराज नगरपालिका के जवाभारी क्षेत्र मे कुछ पाकिस्तानी ब्यक्तियो का छिप कर बैठे होने की खबर भारत के राष्ट्रीय सहारा अखबार मे छापा गया था । राष्ट्रीय सहारा के लिए सिद्धार्थनगर जिले के नेपाल भारत से सटा कसबा बढनी से रिपोर्टिंग अजय प्रताप गुप्ता करते है । रिपोर्ट उनके द्वारा ही तयार करके राष्ट्रीय सहारा मे छापा गया था ।और प्रेस पाटी के सहकर्मीयो ने सहारा के रिपोर्टर गुप्ता से संपर्क किया तो उनहो ने बताया की जब पुलिसकर्मियों द्वारा मदरसे मा छापामारी किया जाता है तो छिपे हुए लोग बहुत चतुराई से अपना स्थान परिवर्तन कर लेते है । लकडाउन शुरू होने के बाद ये सब चोरी के रास्ते से आए हुए है । निजामुद्धिन से नेपाल प्रवेश किए २६ लोग कृष्णनगर स्थित लक्ष्मि नगर के रास्ते से नेपल प्रबेश करने की बात भारतीय मिडिया ने दाबी किया है ।
आए हुए लोग चन्द्रौटा के सिद्धरा बजार के पास एक घरमे तरा शिवराज नगरपालिका ६ के एक ईटा भट्टा मे छिप कर बैठे होने की स्रोत ने दाबी किया है । सोही दाबी के अनुसार वडा प्रहरी कार्यलय चन्द्रौटा ने २ दिन पहले छापेमारी किया था । छापा मारने से पूर्व धार्मिक रुप मे आरोप लागने के कारण से स्थानीय ३ मुस्लिम अगुवा को साथ मे लिया गया था । सोही क्रम मे सूचना लिक होने के कारण उन लोगो ने अपना ठिकाना बदल दिया । प्रमुख जिला अधिकारी दिर्घ नारायण पौडेल के अनुसार अभी पुलिस प्रशासन लगा कर उन लोगो का खोज तलास जरी है । अभी तक ओ लोग पकड मे नही आये है । एक पाकिस्तानी नागरीक मिला है, ओ माघ महिने मे कानुनी तरीके से नेपाल प्रवेश किये जाने का प्रमाण मिला है ।भारतीय मिडीया के कहने के अनुसार जमाती ना मिलने की बात प्र.जि.अ. पौडेल ने वताया ।
और जो बात सामने आया है उस के आधार पर सजगता अपनाते हुए खोज तलाश के कार्यको तिब्र गति देने की बात उनहोने बताया । दुसरे तर्फ प्रदेश मदसरा वोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना मक्सुद नेपाली ने मदरसा वन्द होने के बाद बहुत से भारतीय मौलाना भारत चले गये थे । और लगभग ५० लोग नही जा पाये थे, उन लोगो को होम क्वारेन्टाईन मे रहने की बात मदरसा बोर्ड के उपाध्यक्ष ने बताया । और समाचार आने के बाद मदरसों का अनुगम करने की बात भी नेपाली ने बताया ।
निजामुद्धिन मे हेडक्वाटर है तवलिदगी जमाती के कार्यकर्ता रात भर सक्रिय रहते है । तथा दिन मे ओलोग आराम फरमाते है । भारतीय संचार माध्यम के अनुसार उन लोगो की टीम नेपालमे एक बर्ष मे ३ बार विभिन्न क्षेत्रो मे प्रबेश करके धर्म को सुदृढीकरण के लिए कार्य करते आ रहे है । इधर निजामुदीन मे सहभागी होकर आने वाले जितने लोग मिले लगभग लगभग सभी मे कोरोना पोजेटिभ देखा गया है । इस लिए इस समय जमातीयो को खोज के सूची मे है ।विवरण के अनुसार भारत के दिल्ली स्थित निजामुदीन का मरकज इस समय चर्चा मे है । क्योंकि मरकज मे मार्च महिने के मध्य मे एक धार्मिक भेला हुआ था । उस तबलिगी जमात भेला मे सामिल होने वालो सभी सहभागीयो मे लाभग कोरोना वायरस का संक्रमण दिखाई दिया है । भारत के अन्दर और बाहर के मुसलिम समुदाय के लोग इस जमघट मे लगभग ४ /५ हजार कि संंख्या मे लोग सामिल थे ।
मरकज के जमघट मे सामिल हुए लोगो मे से दिल्ली मे १८ लोग तामिलनाडू मे ५० लोग संक्रमित मिले जिस मे तामिलनाडू मे पांच लोगों का मृत्यु हो चुका है । दिल्ली के उपमुख्यमन्त्री मनिष सिसोडिया ने ट्वीट किये कि निजायमुदीन क्षेत्र मे २ हजार ३ सय ६१ ब्यक्तियो को निकाला गया जजिस मे ६१७ ब्यक्तियो को क्वारेन्टाइन मे रक्खा गया । निजामुदीन मरकज मस्जिद तब्लिगी नेटवर्क का केन्द्र है ।
वहा बिश्वभर के मुसलिम समुदायों के लोगो का भ्रमण होता रहता है । इस बर्ष के जमघट मे भी बिदेशियो के आने का रिकॉर्ड है । भारत सरकार ने निजामुदीन के तबलिगी के सेवको को ट्रयाक करने का खुलासा हुआ है । नेपाल लगायत, इन्डोनेशिया, मलेशिया, थाइल्यान्ड, म्यानमार, बँगलादेश, श्रीलंका र किर्गिजस्तान के मुसलिम समुदाय के लोग तबलिगी जमातमे सेवा के लिए जाते हे ।